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सिंधु नदी की सहायक नदियाँ झेलम, चेनाब, रावी, व्यास और सतलज से संबंधियों महत्वपूर्ण प्रश्न:

सिंधु नदी की सहायक नदियाँ झेलम, चेनाब, रावी, व्यास और सतलज:  झेलम:  √ कश्मीर के वेरीनाग के निकट शेषनाग झील से होता है, यह भारत पाक की सीमा बनाते हुए चेनाव से मिल जाती है।  √ श्रीनगर झेलम नदी के किनारे बसा है।   √ इसकी सहायक नदी किशनगंगा है।   चेनाव:  √  चिनाव नदी का उद्गम चंद्र और भागा नाम की दो नदियों के रूप में हिमाचल प्रदेश की बड़ा लाचला दर्रे से होता है।  √ चेनाब पाकिस्तान में सिंधु से मिल जाती है।  रावी: √ रावी नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित रोहतांग दर्रे से होता है।  √ यह पाकिस्तान में चेनाव में मिल जाती है।  √ यह नदी पंजाब की पंच नदियों मे सबसे छोटी नदी है।  

सिंधु नदी तंत्र और सहायक नदियाँ झेलम, चेनाब, रावी, व्यास और सतलज:

सिंधु नदी तंत्र से संबंधित संभावित महत्वपूर्ण प्रश्न:   √इसके अंतर्गत आने वाली सहायक नदियाँ झेलम,चेनाब,रावी व्यास, सतलज इत्यादि है।  √सिंधु नदी का उदगम् - तिब्बत में स्थित मानसरोवर झील के निकट के निकट चेम्यंगडुंग ग्लेशियर।  √ कल लंबाई - 2880 किलोमीटर।  √ सिंधु जल समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुआ। जिसके तहत    पाकिस्तान: सिंधु, झेलम, चेनाव    भारत: रावी, व्यास, सतलज नदियों का जलाधिकार दिया गया।  √ बाई और से मिलने वाली पांच नदियां झेलम, चेनाव, रावी, व्यास और सतलज है। √ दायीं ओर से मिलने वाली नदियाँ: श्योक्, काबुल, कुर्रम।  इन पांचों की संयुक्त धारा सिंधु नदी की मुख्यधारा से पाकिस्तान के मिठानकोट के पास मिलती हैं। -Study with Rajeev.

भारत का भैतिक भूगोल : भारत की अक्षांशीय तथा देशान्तरीय स्थिति -

भारत का भौतिक भूगोल : भारत की अक्षांशीय तथा देशान्तरीय स्थिति - 1) अक्षांशीय विस्तार 8°4' उत्तरी अक्षांश से 37°6' उत्तरी अक्षांश तक । 2) देशांतरीय विस्तार  68°7' पूर्वी देशांतर से 97°25' पूर्वी देशांतर तक । 3) भारत का सबसे उत्तरी प्वाइंट इंदिरा कॉल जो कि जम्मू कश्मीर राज्य में है , सबसे दक्षिणी बिंदु इंदिरा प्वाइंट जो अंडमान निकोबार दीप समूह के ग्रेट निकोबार में स्थित है , इंदिरा प्वाइंट को पिगमेलियन प्वाइंट भी कहा जाता है । 4) भारत का क्षेत्रफल  3287263 वर्ग किलोमीटर है । क्षेत्रफल की दृष्टि से यह रूस, कनाडा ,चीन ,अमेरिका ,ब्राज़ील तथा ऑस्ट्रेलिया के बाद विश्व का सातवां सबसे बड़ा (2.43%) है । 5) पूर्व से पश्चिम की लंबाई 2933 किलोमीटर उत्तर से दक्षिण की लंबाई 3214 किलोमीटर । 6) भारत की कुल स्थलीय सीमा 15200 किलोमीटर तथा मुख्य भूमि की तटीय सीमा 6100 किलोमीटर है दीपों सहित भारत का कुल तटीय सीमा 7516.6 km. इस प्रकार भारत की कुल सीमा 22716.6 किलोमीटर है । 7) गुजरात की तटीय लंबाई सर्वाधिक तथा इसके बाद आंध्र प्रदेश का स्थान आता है । इस प्रकार भारत का अक्...

ट्रांस हिमालय अथवा तिब्बत हिमालय और इसका विस्तार और विषेशता

ट्रांस हिमालय अथवा तिब्बत हिमालय और इसका विस्तार :  ट्रांस हिमालय इसका विस्तार हिमालय के उत्तर में पूर्व से पश्चिम दिशा में है, क्योंकि इसका विस्तार तिब्बत में भी है इसलिए इसे तिब्बत हिमालय भी कहा जाता है इसकी चौड़ाई 40 किलोमीटर एवं लंबाई 965 किलोमीटर है । ट्रांस हिमालय निर्माण हिमालय से पहले हुआ है ।  इसके अंदर काराकोरम, लद्दाख, जास्कर पर्वत श्रेणियां आती है ।  भारत की सबसे ऊंची चोटी K2 गोडविन ऑस्टन 8611 मीटर काराकोरम श्रेणी में  है, सियाचिन ग्लेशियर भी इसी श्रेणी में स्थित है  । इसका निर्माण अवसादी चट्टानों से हुआ है,  यह सिंधु , सतलज, ब्रह्मपुत्र, प्रमुख पर्वतीय नदियों को जन्म देती है । इस प्रकार ट्रांस हिमालय अथवा तिब्बत हिमालय भारत के उत्तर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा विभिन्न दर्रे,नदियों, इत्यादि को जन्म देता है ।

चंद्रगुप्त मौर्य अखंड भारत का निर्माता , चंद्रगुप्त मौर्य और सिकन्दर, study mourya dynasty by Rajeev

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चंद्रगुप्त मौर्य अखंड भारत का निर्माता : चंद्रगुप्त मौर्य study with rajeev   इस प्रकार चंद्रगुप्त मौर्य ने अखंड भारत की नींव रखी ।  चंद्रगुप्त महान अखंड भारत का निर्माता ।