प्रार्थना समाज : आत्माराम पाण्डुरंग #

प्रार्थना समाज : आत्माराम पाण्डुरंग 


• ब्रह्म समाज के प्रभाव से महाराष्ट्र में 1867 ई. में प्रार्थना समाज की स्थापना हुई। 

- इस संगठन का उद्देश्य हिन्दू धर्म तथा समाज में सुधार लाना था।

-  प्रार्थना समाज ने जाति-व्यवस्था तथा पुरोहितों के आधिपत्य की आलोचना की प्रार्थना समाज की स्थापना
डॉ. आत्माराम पाण्डुरंग ने की।  बाद में आरजी भण्डारकर तथा महादेव गोविन्द रानाडे इस समाज में शामिल हुए।

-  प्रार्थना समाज की स्थापना के प्रेरणास्रोत केशवचन्द्र सेन थे।।

- महादेव गोविन्द रानाडे को पश्चिम भारत में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अग्रदूत कहा जाता है। 

- 1871 ई. में रानाडे ने सार्वजनिक समाज की स्थापना की। 

- इन्हें 'महाराष्ट्र का सुकरात भी कहा जाता था। 

- महादेव गोविन्द रानाडे ने 1884 ई. में दक्कन एजुकेशनल सोसायटी तथा 1891 ई. में महाराष्ट्र में विडो रिमैरिज एसोसिएशन की स्थापना की थी। 

- महिलाओं के कल्याण के लिए आर्य महिला समाज की स्थापना पण्डिता रमाबाई ने की थी। 

- आर्य  समाज के एक अन्य अनयायी प्रो. डी के कर्वे ने पूना में विडो होम तथा वर्ष 1908 में बम्बई में इण्डियन वोमेन्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी।

● प्रार्थना समाज ने दलित जाति भण्डल, समाज सेवा लीग आदि कल्याणकारी संगठनों की भी स्थापना की।

- आर जी भण्डारकर, अगरकर, गीपाल हरिदेशमुख, मालाबारी शिन्दे आदि प्रार्थना समाज से जुड़े थे।

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